Monday, 18 December 2017

आज एक कवि की कलम सीधे तुमसे संवाद करेगी|



चलो मान लिया की हिमाचल गुजरात जीत गये,
चुनावी संकट के दिन भले ही इन राज्यों से बीत गये,
पर याद करो जरा गुजरात को क्या परिणाम तुम्हे मिला है,
अपने गढ़ में खाई चोट ऐसा इनाम तुम्हे मिला है,
पद्मावती पर रह खामोश तुमने हिंदुत्व पर प्रहार किया है,
उदयपुर में बरसा लाठियां तुमने स्वाभिमान पर वार किया है,
गुजरात में मिली इस अधूरी जीत पर अहंकार में न फूलो तुम,
चतुर सिंह, आनन्दपाल पर उमड़े जनाक्रोश को  न भूलो तुम,
आज एक कवि की कलम सीधे तुमसे संवाद करेगी,
ये मुस्लिम तुष्टिकरण की निति देखना एकदिन तुम्हे बर्बाद करेगी जी,
देखकर आक्रोश जनता का देखो पक्ष विपक्ष ये सारा धूज रहा,
कमल का फूल हमारी भूल पुरे राजस्थान में बस यही नारा गूंज रहा,
जो मात्र सत्ता दल का करे गुणगान वो कोई कवि नहीं है जी,
सहता रहूँ अत्याचार ऐसी मेरी छवि नही है जी.....।।।।
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
🚩🚩केसरिया क्रांतिकारी🚩🚩

1 comment: