कहते है कि समयचक्र खुद को दोहराता है और आज वही वक्त है जब मेरे देश का स्वर्णिम युग पुनः अपने तेज से प्रकाशित होने लगा है। एकतरफ जहां पूरी दुनिया कोरोना नामक संक्रमण से त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है वही दूसरी तरफ भारत के प्रयासों से बीमारी ने अबतक देश मे अपना विकराल रूप नही दिखाया है।
कहते है एक सर्वोत्तम नेतृत्व ही अपने देश को उन ऊंचाइयों पर ले जाता है जहां से पूरा विश्व नतमस्तक होकर उसे प्रणाम करने लगता है। आजसे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है जब विदेशी शक्तियों ने हिंदुस्तान के आगे झुककर उसे नतमस्तक होकर प्रणाम किया है व हिंदुस्तान का साथ मांगा है। लेकिन आज समय अलग है स्तिथियाँ अलग है। जब मेडिकल क्षेत्र में महारथ हासिल कर चुके देश कोरोना के आगे घुटने टेकने पर मजबूर हो गए तब एकमात्र देश भारत ने अब तक कोरोना को घुटनों पर लाकर टिका दिया।
देश की सरकार, पुलिस, फौज, स्वस्थ्यकर्मी, सफाईकर्मी व अन्य कोरोना योद्धाओं ने जिस प्रकार अपने पूर्ण समपर्ण से देश का साथ दिया उसी का आज ये परिणाम है कि स्विट्जरलैंड जैसे देश ने अपने मैटरहॉर्न पर्वत को हिंदुस्तान के रंग में रंग दिया।
ये प्रमाण है कि मेरा देश आज फिरसे विश्वगुरु बनने को तैयार है और आने वाले समय में हिंदुस्तान पुनः विश्वशक्ति के रूप में अपने आपको स्थापित करेगा।
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जयहिंद
जय भारत
✍🏻 *कुँवर चेतन सिंह चौहान*
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