पुलवामा हमले के बाद हर भारतीय के आक्रोश को व्यक्त करती आपके छोटे भाई कुँवर चेतन सिंह चौहान की एक रचना :-
शीर्षक - अब तो सेना के हाथ खोल दो मोदी जी
आखिर क्यों ये राजनीति महाराणा वीर शिवाजी को भुला चुकी,
देखो तुम्हारी ये खामोशी पूरे देश को रुला चुकी,
एकबार फिर आतंकी हरकत घाटी को हिला चुकी,
अब तो वीर भगत सिंह की वाणी में तुम भी कुछ बोल दो मोदी जी,
केवल एक बार ही सही सेना के हाथ खोल दो मोदी जी..।।
देखो दुष्ट पापियों ने कैसा ये अत्याचार किया,
पीठ के पीछे हमारे शेरों पर धोखे से वार किया,
एकबार फिर से इन जिहादियों ने इंसानियत को शर्मसार किया,
देश रक्षा में जा रहे सैनिकों का निर्मम संहार किया,
अपनी भुजाओं के बल पर इन दुष्टों को तोल दो मोदी जी,
एकबार ही सही लेकिन सेना के हाथ खोल दो मोदी जी..।।
बहुत हो गयी दोस्तीनीति इसको यहीं विराम करो,
अगर अब भी मित्रता दिखलाओ तो तुम भी घर मे आराम करो,
देश रक्षा हेतु अब कुछ कठोर निर्णय का एलान करो,
सबसे पहले इन आतंकिओं का जीना तुम हराम करो,
बजे बिगुल अब युध्द का रण का बजने दो ढोल मोदी जी,
कि बस अबके सेना के हाथ खोल दो मोदी जी..।।।।
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*कुँवर चेतन सिंह चौहान*
*ठिकाना - शाहजहांपुर*
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